पूर्व पाक पीएम के घर के बाहर पुलिस का जमावड़ा, हो सकते हैं गिरफ़्तार!
पाकिस्तानी के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का समय अच्छा नहीं चल रहा है. इमरान खान को बतौर पीएम मिलने वाले उपहार को सरकार को वापस न कर उन्हें बाजार में ऊँची कीमत पर बेचने का आरोप है. इस जुर्म में पाकिस्तानी चुनाव आयोग (EC) ने 5 साल के लिए चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी है. इससे नाराज़ इमरान समर्थकों ने चुनाव आयोग के कार्यालय के बाहर हिंसक प्रदर्शन किया। जिसके बाद इमरान खान के खिलाफ एंटी टेररिज्म एक्ट के तहत वारंट जारी कर दिया गया.
महंगाई, बदहाल अर्थव्यवस्था और राजनैतिक अस्थिरता ने पाकिस्तान को एक ऐसे मुहाने पर ले जाकर खड़ा कर दिया है, जिससे जनता के हालत बद से बद्द्तर होते जा रहे है. वहीं पाकिस्तान की राजनीति भी इन सब मुद्दों से अछूती नहीं है. मौजूदा समय में पूर्व पाक पीएम इमरान खान के ऊपर गिरफ़्तारी की तलवार लटक रही है. उनके घर के बाहर जमा भारी पुलिस बल इस बात का इशारा कर रहें है कि वह कभी भी गिरफ़्तार हो सकते है.
इमरान खान के आए बुरे दिन
दरअसल, इमरान खान को जब से प्रधानमंत्री के पद से हटाया गया गया है, तब से वह बगावती सुर अपनाए हुए है. इस दौरान इमरान खान ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर बड़ी बड़ी रैलियों आयोजित की जिसमें उन्होंने सेना को जमकर कोसा और भारत की जबरदस्त तारीफ की. इमरान खान ने कहा कि देश की जो बदहाली है, उसमें सेना का सबसे बड़ा रोल है. सेना ने उन्हें बली का बकरा बनाया और देश की बदहाली का सारा ठीकरा उनके सर पर फोड़ दिया गया. फिलहाल इमरान खान के बगावती तेवरों पर सेना और सरकार किसी भी तरह से काबू करने में लगी है. इसको लेकर इमरान के कार्यकाल में हुई गड़बड़ियों की जाँच कर अब उन पर कार्रवाई हो रही है.
अंतर्राष्ट्रीय उपहारों को बेचने का मामला
पीएम पद पर रहते हुए इमरान पर आरोप है कि उन्होंने विदेशी मेहमानों से मिले उपहारों को सरकारी कार्यालय में जमा न करके अपने पास रखे और उनकी बोली लगवाकर उन्हें ज्यादा दामों में बेचा है। इस बात की शिकायत होने पर पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने जांच कर उन्हें 5 साल के लिए चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कर दिया। उनकी संसद सदस्यता भी रद्द कर दी। इस आदेश के खिलाफ इमरान समर्थकों ने चुनाव आयोग के ऑफिस के बाहर हिंसक प्रदर्शन किया, जिसमें काफी लोग घायल हुए। इस घटना के बाद इमरान खान के खिलाफ एंटी टेररिज्म एक्ट के तहत वारंट जारी कर दिया गया।
मामला और बिगड़ गया जब इस्लामाबाद में 20 अगस्त को हुई रैली के दौरान इमरान ने महिला जज और पुलिस अधिकारियों को खुलेआम धमकी दी। इसी बीच इमरान की पार्टी PTI की लीगल टीम ने इस्लामाबाद हाईकोर्ट में खान की गिरफ्तारी से पहले ही जमानत याचिका दायर कर दी है। इसी मामले में इमरान खान को दो दिन पहले एंटी-टेररिज्म कोर्ट (ATC) में पेश होना था, लेकिन वे पेश नहीं हुए। जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें गिरफ्तार करने के आदेश दिए थे। इसके बाद इमरान लाहौर हाईकोर्ट गए। जहां गुरुवार को सुनवाई के दौरान कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी।
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