लखनऊ बना देश का तीसरा सबसे स्वच्छ शहर: 44वें स्थान से सीधे टॉप-3 में एंट्री, 7-स्टार GFC रेटिंग हासिल

स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 के परिणामों में उत्तर प्रदेश ने स्वच्छता के क्षेत्र में अभूतपूर्व सफलता हासिल की है। राजधानी लखनऊ को 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की श्रेणी में देश का तीसरा सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है।

Jul 18, 2025 - 09:59
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लखनऊ बना देश का तीसरा सबसे स्वच्छ शहर: 44वें स्थान से सीधे टॉप-3 में एंट्री, 7-स्टार GFC रेटिंग हासिल

स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 के परिणामों में उत्तर प्रदेश ने स्वच्छता के क्षेत्र में अभूतपूर्व सफलता हासिल की है। राजधानी लखनऊ को 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की श्रेणी में देश का तीसरा सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित समारोह में यह पुरस्कार प्रदान किया। इस मौके पर यूपी के नगर विकास मंत्री ए.के. शर्मा ने राज्य की ओर से पुरस्कार ग्रहण किए।

लखनऊ को ऐतिहासिक 7-स्टार रेटिंग, प्रेसिडेंशियल अवॉर्ड

लखनऊ ने पहली बार 7-स्टार गारबेज फ्री सिटी (GFC) रेटिंग हासिल कर कचरा प्रबंधन में उत्कृष्टता का परिचय दिया है। इस अभूतपूर्व प्रदर्शन के लिए लखनऊ को प्रेसिडेंशियल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि लखनऊ ने स्वच्छता और कचरा निपटान व्यवस्था में व्यापक सुधार किए हैं।

प्रयागराज बना सबसे स्वच्छ गंगा नगर

प्रयागराज नगर निगम को सबसे स्वच्छ गंगा शहर का पुरस्कार मिला है। महाकुंभ 2025 की तैयारी और गंगा की स्वच्छता को बनाए रखने के लिए प्रयागराज के प्रयासों को विशेष सराहना मिली है। इस उपलब्धि ने नगर निगम की कार्यशैली और प्रतिबद्धता को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दिलाई है।

गोरखपुर को दोहरी उपलब्धि, 5-स्टार GFC रेटिंग भी मिली

गोरखपुर ने स्वच्छता में दोहरी सफलता अर्जित की है। शहर को सफाईमित्र सुरक्षित शहर श्रेणी में तीसरा स्थान और 3-10 लाख आबादी श्रेणी में चौथा स्थान प्राप्त हुआ है। इसके साथ ही गोरखपुर ने 5-स्टार GFC रेटिंग भी हासिल की, जो शहर में सफाईकर्मियों की सुरक्षा और ठोस कचरा प्रबंधन में हुई प्रगति को दर्शाता है।

आगरा बना उभरता स्वच्छ शहर

आगरा को राज्य का उभरता स्वच्छ शहर घोषित किया गया है। राष्ट्रीय स्तर पर इसे 32वां स्थान प्राप्त हुआ है। साथ ही आगरा को 5-स्टार GFC रेटिंग भी मिली है। यह दर्शाता है कि शहर ने स्वच्छता में अपनी स्थिति को सुदृढ़ करने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं।

मुरादाबाद समेत अन्य शहरों का शानदार प्रदर्शन

मुरादाबाद ने 3-10 लाख आबादी वर्ग में राष्ट्रीय स्तर पर 10वां स्थान पाया है। वहीं नगर पालिका परिषद बिजनौर ने 29वां स्थान और शमशाबाद ने 95वां स्थान हासिल किया है। यह सभी उपलब्धियां यूपी के समग्र शहरी सैनिटेशन मॉडल की सफलता का प्रतीक हैं।

महाकुंभ 2025 के लिए विशेष पुरस्कार

उत्तर प्रदेश को महाकुंभ 2025 की तैयारियों के तहत नवोन्मेषी और टिकाऊ स्वच्छता पहल के लिए विशेष ‘स्वच्छ महाकुंभ 2025 पुरस्कार’ प्रदान किया गया। यह पुरस्कार प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत और आधुनिक स्वच्छता तकनीकों के संतुलन को दर्शाता है।

सफलता का श्रेय सामूहिक प्रयासों को: मंत्री एके शर्मा

नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने इस सफलता को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व और स्थानीय निकायों की कड़ी मेहनत का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य उत्तर प्रदेश को देश का सबसे स्वच्छ राज्य बनाना है।

निगरानी, प्रशिक्षण और पर्यवेक्षण से मिली सफलता

प्रमुख सचिव, शहरी विकास विभाग ने बताया कि प्रदेश की सफलता कठोर निगरानी, प्रशिक्षण और जवाबदेही के कारण संभव हुई है। ODF++ और Water+ श्रेणियों में भी राज्य की प्रगति उल्लेखनीय रही है।

उत्तर प्रदेश ने स्वच्छ भारत मिशन में अपने को नेता के रूप में स्थापित किया है। आने वाले वर्षों में राज्य का लक्ष्य शहरी स्वच्छता में राष्ट्रीय स्तर पर नंबर वन बनना है।

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