ग्वालियर में दर्दनाक हादसा: तेज रफ्तार कार ने कांवड़ियों को कुचला, 4 की मौत, कई घायल
ग्वालियर जिले में मंगलवार देर रात आगरा-मुंबई नेशनल हाईवे पर एक तेज रफ्तार कार ने सड़क किनारे चल रहे कांवड़ियों के जत्थे को कुचल दिया। हादसा रात करीब 1 बजे हुआ। कार की टक्कर से तीन

ग्वालियर जिले में मंगलवार देर रात आगरा-मुंबई नेशनल हाईवे पर एक तेज रफ्तार कार ने सड़क किनारे चल रहे कांवड़ियों के जत्थे को कुचल दिया। हादसा रात करीब 1 बजे हुआ। कार की टक्कर से तीन कांवड़ियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया। दो अन्य कांवड़िए गंभीर रूप से घायल हैं।
खाई में गिरी कार और कांवड़िए
यह दुर्घटना शिवपुरी लिंक रोड स्थित शीतला माता मंदिर गेट के पास हुई। टक्कर के बाद कार समेत कई कांवड़िए हाईवे किनारे खाई में जा गिरे। सूचना मिलते ही कंपू, जनकगंज, झांसी रोड और माधौगंज थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने खाई से सभी घायलों और मृतकों को बाहर निकालकर जेएएच अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर भिजवाया। डॉक्टरों ने तीन लोगों को मृत घोषित किया, जबकि बाकी का इलाज जारी है।
कार के टायर फटने से हुआ हादसा
पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार, कार बेहद तेज रफ्तार में थी। इसी दौरान उसका एक टायर फट गया, जिससे कार अचानक बेकाबू हो गई और सड़क किनारे चल रहे कांवड़ियों को रौंदते हुए नीचे झाड़ियों में पलट गई। कार में सवार लोगों को भी चोटें आई हैं, लेकिन एयरबैग खुलने की वजह से उनकी जान बच गई।
घटनास्थल पर तनाव
हादसे के बाद स्थानीय लोगों और मृतकों के परिजनों में आक्रोश फैल गया। स्थिति को देखते हुए शहर के छह थानों की पुलिस फोर्स को घटनास्थल पर तैनात किया गया है। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लिया और लोगों को शांत रहने की अपील की।
चार कांवड़ियों की गई जान, सभी एक ही गांव के निवासी
इस भीषण हादसे में जिन चार कांवड़ियों की जान गई, उनके नाम हैं:
पूरन बंजारा, निवासी सीडना का चक सिमरिया घाटीगांव
रमेश बंजारा, निवासी सिमरिया घाटीगांव
दिनेश बंजारा, निवासी सिमरिया घाटीगांव
धर्मेंद्र उर्फ छोटू, निवासी घाटीगांव
चारों मृतक एक ही समुदाय और एक ही गांव से ताल्लुक रखते थे।
भदावना कुंड से कांवड़ लेकर लौट रहे थे गांव
जानकारी के अनुसार, यह जत्था दो दिन पहले सिमरिया पंचायत से कांवड़ यात्रा पर निकला था। कांवड़ में गंगाजल भरने के लिए भदावना कुंड (उटीला) गए थे। गंगाजल लेकर यह सभी घाटीगांव के सिमरिया गांव लौट रहे थे, जहां बुधवार को महादेव का अभिषेक किया जाना था। जब ये लोग शीतला माता मंदिर तिराहा पर पहुंचे, तभी यह भयानक हादसा हो गया।
गांव से सिर्फ 35 किमी दूर था गंतव्य
दर्दनाक पहलू यह है कि ये सभी कांवड़िए अपने गांव से महज 35 किलोमीटर दूर थे। उन्हें क्या पता था कि महादेव के दर्शन और अभिषेक से पहले ही काल का ग्रास बन जाएंगे। इस हादसे के बाद गांव और आसपास के इलाकों में मातम पसरा है।
प्रशासन ने जताया दुख, जांच के आदेश
घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन और पुलिस ने तत्काल जांच के आदेश दे दिए हैं। दुर्घटना में घायल लोगों का इलाज जेएएच अस्पताल में जारी है। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने पर विचार शुरू कर दिया है।
एक श्रद्धा यात्रा का दुखद अंत
ग्वालियर के शिवपुरी लिंक रोड पर हुआ यह हादसा एक बार फिर सवाल खड़े करता है—क्या हमारी सड़कों पर कांवड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित है? एक तरफ आस्था और श्रद्धा, दूसरी तरफ लापरवाही और तेज रफ्तार… यह हादसा न केवल एक गांव, बल्कि पूरे समाज के लिए चेतावनी है। प्रशासन को चाहिए कि भविष्य में कांवड़ यात्राओं के दौरान अतिरिक्त सुरक्षा और ट्रैफिक नियंत्रण की व्यवस्था सुनिश्चित करे, ताकि इस तरह की दुखद घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।
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