पीएम मोदी 8 को नही अब 9 जून शाम 6 बजे तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे नरेंद्र मोदी देखे क्या है राजनितिक रणनीति

आपको बता अब बीजेपी सरकार बनाने के लिए सारे कवायदे पूरे होते हुए दिख रहा है तो वही अब मीडिया के खबरों के अनुसार मोदी सरकार के शपथ ग्रहण की गुरुवार यानी आज (6 जून) को नई डेट आई। सूत्रो के अनुसार पीएम, मोदी 9 जून को शाम 6 बजे शपथ ले सकते हैं। बता दें पहले 8 जून को शपथ लेने की खबरें थीं।

Jun 6, 2024 - 17:20
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पीएम मोदी 8 को नही  अब 9 जून शाम 6 बजे तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे नरेंद्र मोदी  देखे क्या है राजनितिक रणनीति
पीएम मोदी 8 को नही  अब 9 जून शाम 6 बजे तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे नरेंद्र मोदी  देखे क्या है राजनितिक रणनीति

लोकसभा चुनाव का नतीजा आने के बाद एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनो पार्टी फिर लगातार बैठक कर रही है ये बैठक है नई सरकार बनाने के लिए नई नीतियों को साधने की कोशिश की जा रही है वही बीजेपी ने कल बैठक की जिसमें तमाम सहयोगी दल के नेताओं के मांगो को स्वीकार किया और पीएम मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के लिए घोषणा किया गया तो आज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पर हो रही BJP की बैठक खत्म हो गई है। बैठक में अमित शाह और राजनाथ सिंह शामिल हुए। बीजेपी के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बैठक में नई सरकार बनाने, भाजपा और उसके सहयोगी दलों को मंत्रिमंडल में जगह देने और शपथ ग्रहण की तैयारियों समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई। इस दौरान मोदी मंत्रिमंडल में भाजपा के सभी मंत्रिओं के रिपीट होने की संभावना पर चर्चा की गई। साथ ही चुनाव हारीं स्मृति ईरानी और राजीव चंद्रशेखर को भी मौका देने पर चर्चा की गई। इन्हें फिर से मंत्री पद मिल सकता है।

आपको बता अब बीजेपी सरकार बनाने के लिए सारे कवायदे पूरे होते हुए दिख रहा है तो वही अब मीडिया के खबरों के अनुसार मोदी सरकार के शपथ ग्रहण की गुरुवार यानी आज (6 जून) को नई डेट आई। सूत्रो के अनुसार पीएम, मोदी 9 जून को शाम 6 बजे शपथ ले सकते हैं। बता दें पहले 8 जून को शपथ लेने की खबरें थीं।

सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा चुनाव में भाजपा के जीते सभी मंत्री इस बार भी रिपीट होंगे। विवाद से जुड़े चेहरों के नाम मंत्री पद की लिस्ट से काटे जा सकते हैं। चुनाव हारीं स्मृति ईरानी और राजीव चंद्रशेखर को पार्टी एक और मौका दे सकती है। इन्हें फिर से मंत्री पद मिल सकता है।

जानकारी के अनुसार नड्डा के आवास पर भाजपा नेताओं की बैठक दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर को अहम बैठक हुई। इसमें अमित शाह और राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे। बैठक में नई सरकार बनाने, भाजपा और उसके सहयोगी दलों को मंत्रिमंडल में जगह देने और शपथ ग्रहण की तैयारियों समेत कई मुद्दों पर चर्चा की खबर है।

भाजपा को बहुमत नहीं, 14 सहयोगी दलों के 53 सांसदों का समर्थन

लोकसभा चुनाव में भाजपा को 240 सीटें मिली हैं। यह बहुमत के आंकड़े (272) से 32 सीटें कम हैं। हालांकि, NDA ने 293 सीटों के साथ बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया। NDA में भाजपा के अलावा 14 सहयोगी दलों के 53 सांसद हैं।

गठबंधन में चंद्रबाबू की TDP 16 सीटों के साथ दूसरी और नीतीश की JDU 12 सीटों के साथ तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है। दोनों ही पार्टियां इस वक्त भाजपा के लिए जरूरी हैं। इनके बिना भाजपा का सरकार बनाना मुश्किल है।

वही  इस दौरान मोदी मंत्रिमंडल में लगभग सभी मंत्रियों के रिपीट होने की संभावना है।जिन मंत्रियों का विवादों से नाता रहा है उनका बीजेपी टिकट काट सकती है। चुनाव हारीं स्मृति ईरानी और राजीव चंद्रशेखर को पार्टी एक और मौका देने के बारे में विचार कर रही है। स्मृति और राजीव को मंत्री बनने के बाद छह महीने के अंदर या तो किसी खाली सीट से लोकसभा चुनाव जीतना होगा या फिर उन्हें राज्यसभा भेजकर मंत्री पद दिया जा सकता है। स्मृति 2014 में भी अमेठी से हारने के बावजूद मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनी थीं। उन्हें राज्यसभा के माध्यम से मानव संसाधन विकास मंत्रालय दिया गया था। भाजपा ने चुनाव में 50 केंद्रीय मंत्रियों को टिकट दिया था। इनमें 19 केंद्रीय मंत्री हार गए हैं।

अमेठी-तिरुवनंतपुरम से हारे स्मृति और राजीव चंद्रशेखर

अमेठी से स्मृति ईरानी के सामने कांग्रेस के टिकट पर किशोरी लाल (KL) शर्मा ने चुनाव लड़ा। किशोरी लाल को 539228 वोट मिले, जबकि स्मृति ईरानी को 372032 वोट हासिल हुए। किशोरी लाल शर्मा 167196 वोटों से चुनाव जीत गए। ईरानी ने 2019 में इसी सीट पर राहुल गांधी को करारी शिकस्त दी थी।

आपको बता दें केरल की तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट से कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता शशि थरूर ने चुनाव में जीत हासिल की। यहां पर उन्होंने केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर को हरा दिया था। शशि थरूर 2009 से लगातार इस सीट से सांसद चुने जा रहे हैं। शशि थरूर को 3 लाख 58 हजार 155 वोट मिले, वहीं राजीव चंद्रशेखर को 3 लाख 42 हजार 078 वोट मिले। इस कांटे के मुकाबले में थरूर ने राजीव को 16,077 वोट से मात दी थी।

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